विलायत पोर्टलः शादी से इंसान, जीवन के एक नए चरण में प्रवेश करता है। कुछ गलतफहमियां हैं जो कभी-कभी अपने या अपने परिवार या समाज के अन्य सदस्यों या धर्म और मानवता के दुश्मनों के कारण पैदा होती हैं जिसके कारण आज नौजवानों की शादियों में बहुत सी मुश्किलें और रुकावटें पैदा हो रही हैं।
कुछ परिवारों और घरों में, शादी के बारे में अजीब रस्में होती हैं जो कभी-कभी शादी के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा बन जाती हैं, इसलिए हमें इन गलत धारणाओं और विचारों से छुटकारा पाने की जरूरत है, कम से कम युवा पुरुषों की शादी के रास्ते में। हालाँकि शादी के मामले में हमारे बीच बहुत सारे गलत रिवाज प्रचलित हैं, लेकिन उनके साथ-साथ आज दुश्मनों द्वारा गलत विचार नवयुवकों के दिमाग में डाले जा रहे हैं, जिसके कारण हमारे जवान शादी से भाग रहे हैं।
शादी से इंसान, जीवन के एक नए चरण में प्रवेश करता है। कुछ गलतफहमियां हैं जो कभी-कभी अपने या अपने परिवार या समाज के अन्य सदस्यों या धर्म और मानवता के दुश्मनों के कारण पैदा होती हैं जिसके कारण आज नौजवानों की शादियों में बहुत सी मुश्किलें और रुकावटें पैदा हो रही हैं।
इस लेख में हम उनमें से कुछ की ओर इशारा कर रहे हैं:
शादी के बारे में कुछ गलत धारणाएं
1. मेरा जीवनसाथी निर्दोष व दोषरहित होना चाहिए
आमतौर पर, आज हमारे समाज में युवा लड़के और लड़कियों की यह मानसिकता बन चुकी है कि हमारे जीनवसाथी को दोषरहित होना चाहिए इसलिए कोई भी उन्हें अपने लिए उचित नहीं लगता है। इसलिए, हमें ऐसे लोगों को समझाने की जरूरत है कि दुनिया में कोई भी 100% सही नहीं होगा। मुझे अपने बारे में बताएं, क्या आप हर तरह से परिपूर्ण हैं? क्या आप में कोई दोष नहीं है?
हर इंसान में कुछ गुण होते हैं और कुछ आदतें ऐसी भी हो सकती हैं जो दूसरों को पसंद न हों। हालांकि, आप अच्छे गुणों वाले साथी की तलाश करें तो इसमें कोई मुश्किल नहीं है। यदि आप एक इंजीनियर हैं, तो क्या आप इंजीनियरिंग के साथ-साथ दूसरें विभागों में भी वैसी ही महारत रखते हैं? कदापि नहीं ! ऐसा संभव ही नहीं है कि आपको ऐसा जीवनसाथी मिल जाए जिसमें कोई कमी न हो। हां, ऐसे जीवनसाथी की तलाश ज़रूर करें जिसमें ज़्यादातर अच्छाइयां हों। इसलिए इस गलत सोच को अपने दिमाग से निकाल दें, फिर जल्द ही आपको एक जीवनसाथी मिल जाएगा।
2. जब पढ़ाई पूरी हो जाएगी तब शादी करेंगे।
शादी के लिए पढ़ाई पूरी होने का इंतजार करना आज भी हमारे समाज में आम है और हमारे अधिकांश युवा अपनी शिक्षा पूरी होने तक शादी करने के बारे में नहीं सोचते हैं।
आजकल, पढ़ाई की अवधि काफी लंबी हो गई है, इसलिए युवा अपनी शिक्षा के दौरान शादी करने के बारे में सोचते भी नहीं हैं। लेकिन इस्लामी
शिक्षाओ के मद्देनजर, हम ऐसे लोगों को सलाह देंगे कि शादी करने के लिए वह अपनी पढाई पूरी होने का इंतेज़ार न करें। शादी में देरी न करें! क्योंकि इंसान शादी के बाद बहुत सारे तनावों से छुटकारा पा सकता है। इसलिए, हदीस में पैगंबर स.अ ने फ़रमाया है: "अविवाहित लोगों की शादी कराओ! शादी के बाद अल्लाह इंसान की आजीविका और रोटी रोज़ी में बरकत देता है।