परमाणु समझौते के क्रियान्वयन में 4 से 6 महीने लगेंगे
ईरान की परमाणु वार्ताकार टीम के वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नम्बर 2231 का पारित होना सभी वार्ताकार पक्षों की इच्छा के अनुसार था।

विलायत पोर्टलः ईरान की परमाणु वार्ताकार टीम के वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नम्बर 2231 का पारित होना सभी वार्ताकार पक्षों की इच्छा के अनुसार था।
सैयद अब्बास इराक़ची ने ईरान टीवी से बात करते हुए कहा कि सभी पक्षों विशेष कर इस्लामी गणतंत्र ईरान की इच्छा थी कि पहले क़दम के रूप में सुरक्षा परिषद समग्र परमाणु समझौते की पुष्टि करे। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ यह है कि वार्ताकार देशों में क़ानूनी प्रक्रिया आरंभ हो जाए और सुरक्षा परिषद अपने पिछले प्रस्तावों को रद्द करते हुए प्रतिबंधों को निरस्त कर दे ताकि ईरान भी पहले चरण में क़ानूनी प्रक्रिया के लिए अपनी कार्यवाहियां आरंभ करे। इराक़ची ने कहा कि देशों के भीतर समग्र परमाणु समझौते की क़ानूनी प्रक्रिया को पूरा करने में लगभग दो महीने का समय लगे और अगर दो महीने बाद यह समझौता देशों में पारित होता है तो अगला चरण आरंभ होगा जिसमें अमरीका व यूरोपीय संघ अपने एकपक्षीय प्रतिबंधों को पूरी तरह से निरस्त कर देंगे किंतु इसका क्रियान्वयन तीसरे चरण में होगा जब ईरान अपने प्रतिद्धताओं का पालन करेगा और आईएईए इस बात की पुष्टि कर देगी।
ईरान के वरिष्ठ परमाणु वार्ताकार ने बताया कि समग्र परमाणु समझौते को पूरी तरह से लागू होने में चार से छः महीने का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र के सातवें अनुच्छेद के अंतर्गत आने वाला कोई देश वार्ता के माध्यम से इस स्थिति से बाहर निकला हो और यह ईरान की शक्ति व विजय का सूचक है क्योंकि इस विषय के अंतर्गत आने वाले सभी देश या तो युद्ध या फिर सरकार बदलने के माध्यम से इस विषय से बाहर निकले हैं।
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तेहरान रेडियो