परमाणु सहमति का विश्व भर में स्वागत, नेतनयाहू नाराज़
परमाणु वार्ता में होने वाली सहमति का विश्व स्तर पर स्वागत किया जा रहा है। ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ने कहा कि यह ऐतिहासिक ग़लती है।

विलायत पोर्टलः परमाणु वार्ता में होने वाली सहमति का विश्व स्तर पर स्वागत किया जा रहा है।
इराक़, कुवैत, ओमान, मिस्र और इमारात ने इस सहमति का स्वागत करते हुए ईरान के अधिकारियों को मुबारकबाद दी है। इराक़ के प्रधानमंत्री हैदर अलएबादी ने कहा कि मेरी कामना है कि यह समझौता ईरान, क्षेत्र और दुनिया के लिए शांति, स्थिरता और अच्छी परिस्थितियॉ मुहैया कराएगा।
कुवैत के नरेश शैख़ सबाह अलअहमद अलजाबिर अस्सबाह ने इस्लामी रिवाल्यूशन के सुप्रीम लीडर और राष्ट्रपति रूहानी को अलग अलग संदेश भेजकर मुबारकबाद पेश की।
इमारात के शासक शैख़ ख़लीफ़ा बिन ज़ायद आले नहयान ने भी अपने संदेश में आशा जताई कि समझौते से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को मज़बूती मिलेगी।
बहरैन के विपक्षी दल अलवेफ़ाक़ के प्रमुख शैख़ अली सलमान ने जिन्हें शाही सरकार ने जेल में बंद कर रखा है, जेल से ही अपने ट्वीटर अकाउंट पर बधाई संदेश भेजा।
तुर्की, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान ने भी परमाणु सहमति का स्वागत किया है। भारत में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि भारत ने हमेशा यह कहा है कि ईरान का परमाणु मामला शांतिपूर्ण ढंग से हल किया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून ने भी परमाणु वार्ता में प्राप्त होने वाली सहमति के बारे में कहा कि यह विश्व में वार्ता की उपयोगिता का प्रमाण है।
यूरोपीय संघ के वर्तमान प्रमुख डानाल्ड तोसक ने कहा कि यदि इस सहमति के सभी अनुच्छेदों पर अमल हो जाए विश्व समुदाय के साथ ईरान के संबंधों में एक नया मोड़ आएगा।
जर्मन चान्सलर एंगेला मर्केल ने परमाणु सहमति का स्वागत करते हुए कहा कि सभी पक्षों को चाहिए कि तत्काल सभी अनुच्छेदों पर अमल आरंभ कर दें।
वैटिकन सिटी ने भी परमाणु सहमति का स्वागत किया है और इटली के प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि यह सहमति क्षेत्र की शांति के लिए आशा की नई किरण है।
रूस के राष्ट्रपति विलादमीर पुतीन ने कहा कि परमाणु समझौते से विश्व ने चैन की सांस ली।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने परमाणु सहमति की प्रशंसा करते हुए इस पर तत्काल और पूर्ण रूप से अमल किए जाने की मांग की।
सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद ने इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रपति को अलग अलग पत्र लिखकर परमाणु सहमति को ईरान की कूटनीति का बहुत बड़ी कामयाबी बताया और इसे ईरान, क्षेत्र तथा विश्व के इतिहास का महत्वपूर्ण मोड़ घोषित किया।
अमरीका के अंदर इस सहमति पर मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आई है।
परमाणु सहमति कुछ लोगों के लिए बड़ी दुखद घटना साबित हुई है। ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ने कहा कि यह ऐतिहासिक ग़लती है। कुछ यहूदी संगठनों ने भी परमाणु सहमति पर चिंता जताई है।
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तेहरान रेडियो