छह हजार अरब डॉलर खर्च कर के भी ईरान का कुछ नहीं बिगाड़ पाया अमेरिका ।
ईरान - इराक युद्ध के दूसरे साल ही अमेरिका ने खुल कर इराक को समर्थन देने का ऐलान किया और उसके मिसाइल तेहरान और अन्य शहरों को निशाना बनाते रहे ।

विलायत पोर्टल : आईआरजीसी के क़ुद्स ब्रिगेड के उपप्रमुख इस्माईल ने कहा है कि अमेरिका छह हजार अरब डॉलर खर्च करने के बाद भी ईरान का कुछ नहीं बिगाड़ पाया है। उन्होंने कहा कि ईरान में वीरों की कमी नहीं है जो बिना किसी लालच के अपने मान सम्मान तथा देश के गौरव के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाने को तैयार हैं ।
उन्होंने कहा कि ईरान के शत्रु कोई छोटे मोटे देश नहीं हैं बल्कि उनका मुखिया अमेरिका तथा इस्राईल रहा है ।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अपने किराये के एजेंटों को ईरान के विरुद्ध युद्ध की आग भड़काने का आदेश दिया लेकिन हमारा राष्ट्र अल्लाह की मेहरबानी से अपनी सरहदों से हज़ारों किलोमीटर दूर दुश्मनों के मंसूबे खाक में मिला रहा है ।
इस्माईल ने कहा कि ईरान - इराक युद्ध के दूसरे साल ही अमेरिका ने खुल कर इराक को समर्थन देने का ऐलान किया और उसके मिसाइल तेहरान और अन्य शहरों को निशाना बनाते रहे ।
अमेरिका ने ११ सितम्बर के कांड का बहाना बनाकर अफ़्ग़ानिस्तान पर हमला किया ताकि वहां से ईरान को आसानी से निशाना बनाया जा सके लेकिन जब इस उद्देश्य में भी असफल रहा तो सीरिया और इराक को अपनी बर्बरता का निशाना बनाया ।
उन्होंने कहा कि ईरान को निशाना बनाने के उद्देश्य से अमेरिका ने इराक और अफगानिस्तान में ६ हज़ार अरब डॉलर खर्च किये लेकिन उसे अपने उद्देश्यों में सफलता नहीं मिली ।
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फानूस