उत्तर पूर्वी सीरिया में बिछ रही है शतरंज की नई बिसात ।
कुर्द और यूएई अधिकारियों में अपने सामरिक हितों पर चर्चा हुई जिसमे तुर्की से मुक़ाबले पर बल दिया गया था यही कारण है कि तुर्की ने उत्तरी सीरिया में इतनी तेज़ी दिखाई है ।

विलायत पोर्टल : रिपोर्ट के अनुसार अभी तक सीरिया संकट में कोई खास रूचि न रखने वाला यूएई सीरिया में लोकतांत्रिक ताकतों को अपने पक्ष में करने तथा उनसे लोक लुभावन वादे करने में लगा हुआ है।
हलब के उपनगरों से लेकर सुदूर उत्तर पूर्वी सीरिया तक लोकतांत्रिक ताकतों को लेकर एक नई शतरंज की चाल चली जा रही है जिसमे इस बार कुछ खिलाडी खुल कर मैदान में उतर आये हैं।
सीरिया में संकट की इस घडी में कई पक्ष है कुछ क्षेत्र से सम्बंधित तो कुछ अपनी महत्वकांक्षाओं को लेकर सीरिया के विभाजन तक की बात करने वाले। इस घटनाक्रम में अभी तक पर्दे के पीछे से खेलते रहे यूएई का हाथ पैर मारना विशेष महत्व रखता है।
ज्ञात रहे कि सीरिया का तेज़ी से बदलता घटनाक्रम ओर्दोगान की खाड़ी यात्रा का अहम एजेंडा था जिस पर उन्होंने यूएई को छोड़कर दोनों देशो सऊदी अरब तथा क़तर से बातचीत की थी। उत्तर सीरिया की लोकतांत्रिक ताकतों से यूएई का दोस्ती करने का एक उद्देश्य ओर्दोगान से इन लोगों की दुश्मनी भी है। यूएई उन्हें एक स्वायत्त क्षेत्र के लिए समर्थन करेगा रिपोर्ट के अनुसार यूएई के दो विकल्प है इन कबीलों से लाभान्वित होना तथा रिक़्का से दैरुज़्ज़ोर तक उनको आर्थिक सहायता देना, इन लोगों को सीरियन कुर्द नाम देकर वार्तालाप करना। रिपोर्ट के अनुसार कुर्द और यूएई अधिकारियों में अपने सामरिक हितों पर चर्चा हुई जिसमे तुर्की से मुक़ाबले पर बल दिया गया था यही कारण है कि तुर्की ने उत्तरी सीरिया में इतनी तेज़ी दिखाई है। कुर्द लोग अपनी पहचान को लेकर चिंतित है यही कारण है वह अमेरिका पर भरोसे के बाद भी दूसरे लोगों से सहयोग बढ़ाने पर आमादा हैं।
हालाँकि यूएई का कुर्द सरदारों से लाभ उठाना कोई नई बात नहीं है लेकिन पिछले कुछ महीनो में इस काम में तेज़ी आई है। सम्भव है कि यूएई की देखरेख में किसी कबीलाई सेना के गठन का ऐलान भी हो जाये जो सऊदी और यूएई हितों की रक्षक हो। सीरिया में कार्यरत कई सऊदी आतंकी संगठन तुर्की के आधिपत्य से निकलना चाहते है क्योंकि तुर्क आधिपत्य सिर्फ सैन्य न होकर आतंकियों को मिलने वाले सऊदी आर्थिक स्रोतों पर भी है ।
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तसनीम न्यूज़